बदबू की शिकायत के बाद रेलमंत्री ने दिए आदेश
इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः कुछ भी हो रेल मंत्री पीयूष गोयल का अपना काम करने का अंदाज निराला है।विभाग कोई भी हो उनके लिए यह मायने नही रखता है,वह विभाग में आते ही यह संदेश दे देत है कि कामचोरी नही चलेगी। करप्शन को वह किसी भी सुरत में बर्दास्त नही करते है। रेल मंत्री के बाद रेलवे चैयरमैन अशवनी लुहानी की इमेज भी एक सख्त व ईमानदार अधिकारी के रुप में जानी जाती है। रेल मंत्री को कोई आदेश हो उसको अमल में लाना लुहानी जैसे अधिकारी के लिए कोई बड़ी बात नही है। रेल मंत्री व रेलवे बोर्ड चेयमैन दोनों ही रेलवे के लिए अच्छे साबित होंगे। रेल मंत्री एक बाद एक चली आ रही वर्षो पुरानी परंपराओं को विदाई दे रहे है। प्रोट्रोकाँल को समाप्त करने के बाद रेलवे ट्रेनों में बदबू व रेलवे स्टेशनों व कार्यालयों में बदबू की एक शिकायत के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आदेश दे दिए है कि रेलवे के कार्यालय एवं ट्रेन अब पाइन और लेमन ग्रास (एक प्रकार का पौधा) की तरह महकेंगे। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इन स्थानों पर अजीब गंध पर आपत्ति प्रकट की थी जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने बदबू-कीटाणुनाशक बदलने का फैसला किया है। पांच अक्तूबर को जारी परिपत्र में रेलवे बोर्ड ने कहा है कि रेल मंत्री ने रेलवे कार्यालयों और ट्रेनों में अच्छी गंध वाले कीटाणुनाशकों के इस्तेमाल पर बल दिया है। परिपत्र में यह सुझाव दिया गया है कि पाइन, लेमन ग्रास या किसी अन्य अच्छे गंध वाले कीटनाशक, जिनका रेल के कुछ विभागों में इस्तेमाल किया जा रहा है, जैसे विकल्पों पर विचार किया जाना चाहिए।
अच्छी गंध वाले कीटनाशकों के इस्तेमाल को कहा
परिपत्र में कहा गया है, ‘‘रेल मंत्री ने 11 सितंबर और 3 अक्तूबर, 2017 को हुई बैठकों में इस बात पर बल दिया कि रेलवे कार्यालयों और ट्रेनों में फिलहाल फिनोलिक जैसे जिस कीटनाशक द्रव्य इस्तेमाल किया जाता है, उससे अजीब बदबू आती है, ऐसे में उसके स्थान पर अच्छे गंध वाले कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाए। बोर्ड ने कहा है कि उसने तय किया है कि रेलवे परिसरों या ट्रेनों में जहां भी कीटनाशक की जरुरत है वहां वैकल्पिक प्रकार के कीटनाशक खरीदे जाएं। ऐसे में अब रेलवे कार्यालय, अस्पताल, स्टेशन, कोचिंग डिपो एवं ट्रेन में शीघ्र ही पाइन या लेमन ग्रास जैसी खुशबू आ सकती है। सर्कुलर में कहा गया है, ‘रेल मंत्री ने 11 सितंबर और 3 अक्तूबर, 2017 को हुई बैठकों में इस बात पर बल दिया कि रेलवे कार्यालयों और ट्रेनों में फिलहाल फिनोलिक जैसे जिस कीटनाशक द्रव्य का इस्तेमाल किया जाता है। उससे अजीब बदबू आती है, ऐसे में उसके स्थान पर अच्छे गंध वाले कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाए।’
क्या कहते है फिरोजपुर डिवीजन के मंडल प्रबंधक विवेक कुमार
जालंधरः जब रेल मंत्रालय के उक्त सर्कुरलर के बारे फिरोजपुर डिवीजन के मंडल प्रबंधक विवेक कुमार से बात की तो उनका कहना है कि मंत्रालय से सर्कुरलर आया है उस पर अमल जल्दी ही किया जाएगा। उन्होने कहा कि अच्छे किस्म के कीटनाशक खुशबूदारप फिनाँयल का ही प्रयोग किया जाएगा।