Dr Ambedkar a "democratic revolutionary" : Sukhbir
People must vote for those who follow Dr Ambedkar vision :
Congress neglect of Ambedkar anniversary a criminal actःSukhbir
कहा कि लोगों को डाक्टर अम्बेडकर के दृष्टिकोण का पालन करने वालों को वोट डालनी चाहिए
कांग्रेस द्वारा अंबेडकर जयंती न मनाना एक आपराधिक कृत्य है
निखिल शर्मा,जांलधरः शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज बाबा साहिब राव अंबेडकर की समतावादी सोच को श्रद्धांजलि सुमन अर्पित करते हुए उन्होने आधुनिक समय में पैदा हुए एक लोकतांत्रिक क्रांतिकारी बताया है।सरदार बादल ने कहा कि लोगों को अपनी वोट उनको डालनी चाहिए, जो इस महान समाज सुधारक के कार्यक्रमों तथा नीतियों को संजीदगी से लागू करते है। भारतीय संविधान के निर्माता की 128वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किए एक विशेष समागम को संबोधित करते हुए सरदार बादल ने कहा कि डाॅ. अंबेडकर सिर्फ एक दलित नेता ही नही थे, बल्कि पूरी मानवता के लिए सामाजिक न्याय की मांग करने वाली एक महान हस्ती थे। उन्होने कहा कि डाॅ. अंबेडकर ने एक ऐसे भारत का सपना लिया था, जहां सभी नागरिकों को जाति, वर्ग,पंथ के भेदभाव के बिना समानता, सामाजिक न्याय और मानव गरिमा मिले। सरदार बादल ने याद किया कि कांग्रेस पार्टी ने डाॅ. अंबेडकर को संसद में पहुंचने से रोकने के लिए उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़े करके उनके हर कदम का विरोध किया था। कांग्रसियों ने कभी भी डाॅ. अंबेडकर जैसे असाधारण कद वाले व्यक्ति को मान सम्मान नही दिया। इसने हमेशा ही डाॅ. अंबेडकर की प्रगतिशील तथा मानवीय सोच को लागू किए जाने के रास्तें में रोड़े अटकाए थे। अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा ही गरीबों के हक में नीतियां बनाई तथा लागू की हैं तथा समाज के शोषित वर्गों के उत्थान को सुनिश्चित करने के लिए समाज भलाई प्रोग्राम शुरू किए हैं। सरदार बादल ने कहा कि सरदार परकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-भाजपा सरकार देश की पहली ऐसी सरकार थी, जिसने दलितों के लिए शगुन स्कीम शुरू की थी। उन्होने कहा कि इसी तरह हमने आटा दाल तथा पैंशन स्कीम शुरू करने के अलावा गरीबों तथा पिछड़े वर्गों के लिए 200यूनिट मुफत बिजली की स्कीम शुरू की। उन्होने कहा कि हमारी सरकार के समय दलित विद्यार्थियों को वजीफे दिए जाते थे। हमने गरीबों के लिए हर साल 50 हजार रूपए तक मुुफत इलाज तथा दुर्घटना में मरने वालों के लिए 5 लाख रूपए का बीमा शुरू किया था। इसके अलावा हमने गरीब होनहार बच्चों के लिए मेरीटोरियस स्कूल, मुफत वर्दियां तथा वजीफे शुरू किए थे। उन्होने कहा कि अकाली-भाजपा देश की पहली ऐसी सरकार थी, जिसने पूरे राज्य में गरीब वर्गों के लिए धर्मशालाएं बनाई थी।
उन्होने कहा कि सरदार परकाश सिंह बादल ने विरासत को संभालने के लिए 650 करोड़ रूपए की लागत से राम तीर्थ में भगवान बाल्मीकि तथा होशियारपुर जिले में खुरालगढ़ में गुरु रविदास जी की यादगार तैयार करवाई है। परंतु वर्तमान कांग्रेस सरकार ने इन यादगारों को संभालने के लिए एक पैसा भी नही दिया है तथा पूरी तरह इनकी अनदेखी कर रखी है। उन्होने कहा कि इसी तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने मेरिटोरियस स्कूलों को बंद कर दिया है, गरीब वर्गों के लिए मुफत बिजली के लिए सख्त शर्त लगा दी है तथा कड़ाके की सर्दी में विद्यार्थियों को वर्दियां देना ही भूल गई।अकाली दल अध्यक्ष ने 1952 में पंजाब में हुई एक दिल दहलाने वाली घटना का हवाला देते हुए बताया कि उस समय कांग्रेसी नेता संतोख सिंह के पिता गुरबंता सिंह ने बाबा साहिब का जालंधर में काले झंडों से स्वागत किया था। उन्होने कहा कि पंजाब के प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष तथा समानतावादी लोग कांग्रेस पार्टी को बाबा साहिब का अपमान करने के लिए एक करारा सबक सिखांएगें। उन्होने कहा कि आज भी कांग्रेस ने जानबूझकर बाबा साहिब की जयंती को अनदेखा करके एक महान शख्शियत का निरादर किया है।