DC EXHORTS OFFICIALS TO MAKE SERIOUS EFFORTS FOR ANEMIA FREE JALANDHAR
HEALTH, EDUCATION AND WOMEN AND CHILD DEVELOPMENT DEPARTMENTS MUST FORM POLICY TO CURB THE MENACE- DEPUTY COMMISSIONER
SPECIAL EMPHASIS ON CHILDREN AND PREGNANT MOTHERS- CIVIL SURGEON
स्वास्थ्य, शिक्षा और स्त्री और बाल विकास विभाग इससे सबन्धित नीति बनाएः डिप्टी कमिशनर
बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर दिया जाये ख़ास ध्यानः सिविल सर्जन
इंडिया न्यूज सेंटर,जालन्धरः डिप्टी कमिशनर जालंधर वरिन्दर कुमार शर्मा ने आधिकारी को कहा कि जिले को अनीमिया मुक्त जिला बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाये। अनीमिया मुक्त भारत से सबन्धित जिला स्तरीय वर्कशाप को संबोधन करते हुए उन्होने कहा कि अनीमिया स्वास्थ्य से सबन्धित बहुत बड़ी समस्या है और अब समय आ गया है कि इस को अब पूरी तरह ख़त्म करें। शर्मा ने कहा कि पोषण अभियान महिलाओं और बच्चों के लिए पौष्टिक ख़ुराक के सुधार से सबन्धित क्रांतिकारी प्रोग्राम है। उन्होने आधिकारियों को जालंधर को अनीमिया और असंतुलित ख़ुराक मुक्त जिला बनाने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होने कहा कि आपस में उचित तालमेल से स्त्री और बाल विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज संस्थाओं, जल सप्लाई और सेनिटेशन, ख़ुराक सप्लाई, मानवीय स्रोत और शिक्षा विभाग सांझी रणनीति बनाकर इस बीमारी को खत्म करने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं। डिप्टी कमिशनर ने यह भी कहा कि गर्भवती महिला और अनीमियां से ग्रस्त माताओं को पौष्टिक खुराक लेने के लिए जागरूक करना चाहिए। उन्होने यह भी कहा कि लोगों को अपने आस-पास साफ़-सफ़ाई रखने, और खाने पीने की आदतों में बदलाव के लिए भी शिक्षित करना चाहिए और ऐसीं गतिविधियों आंगनवाड़ी और अन्य केन्द्रों में ज़रूर की जानी चाहिए हैं। शर्मा ने कहा कि पोषण अभियान का मुख्य उदेश्य 0 से 6 साल के बच्चों, किशोर लड़कियाँ,गर्भवती महिलाएं और अनीमियां ग्रस्त मांओं के लिए पौष्टिक खुराक में सुधार लाना है। डिप्टी कमिशनर ने कहा कि जंक फूड और असंतुलित खुराक बच्चों की स्वास्थ्य को खराब कर रहे हैं इसलिए स्वास्थ्य विभाग को सामाजिक सुधार और बच्चों को संतुलित खुराक के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष जागरूकता मुहिम चलानीं चाहिए हैं। इस अवसर पर सिविल सर्जन जालंधर डा.राजेश कुमार बग्गा ने बताया कि इस मुहिम के दौरान बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अनीमियां ग्रस्त माताओं की तरफ विशेष ध्यान केंद्रित किया जायेगा। उन्होने बताया कि इस के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आइरीन, फोलिक एसिड, ऐलबैंडाजोल की गोलियाँ सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केन्द्रों में बाँटी जा रही हैं और उन को
पौष्टिक आहार के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला टीकाकरण अधिकारी डा.तरसेम सिंह, जिला प्रोग्राम अधिकारी नरिन्दर सिंह, उप शिक्षा अधिकारी अनिल अवस्थी, जिला ऐपीडिमोलोजिस्ट डा.सतीश कुमार और अन्य भी उपस्थित थे।