RBSK's new app will take care of every child's health
पूरी यूपी में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का नया एप्प शुरू
अशफांक खां की रिपोर्ट
बहराइचः सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में जाने वाले बच्चों की सेहत के लिए एक अच्छी खबर है। अब इन बच्चों की सेहत का ख्याल रखने के लिए पूरे उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का नया एप्प लागू किया गया है। यह एप्प एक-एक बच्चे की सेहत की मानीटरिंग में काम आएगा। बहराइच में इस एप्प को लेकर 83 आरबीएसके के चिकित्सक व कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। नया एप्प, कई खूबियों के साथ फील्ड में जाने वाली मोबाइल मेडिकल टीम के लिए भी काफी सहूलियत भरा है। जिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी रवीन्द्र त्यागी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्म से 19 साल के बच्चों मे जन्मजात दोष सहित 38 प्रकार के रोगों हेतु स्वास्थ्य परीक्षण, संदर्भन एवं अवश्यकतानुसार निःशुल्क उपचार सुनिश्चित किया जाता है | कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए तैनात स्वास्थ्य टीमे आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 6 सप्ताह से 6 वर्ष तक के बच्चों को तथा सरकारी अथवा सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों मे जन्मजात दोष एवं बीमारियों की पहचान करके उपचार हेतु स्वास्थ्य इकाइयों पर भेजना सुनिश्चित कर रही हैं | कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिले में नया एप्प लागू किया गया है | इस एप्प के माध्यम से मोबाइल टीम द्वारा चिन्हित उन बाल मरीजों का लगातार सहयोग किया जा सकेगा जिनकों फील्ड से इलाज के लिए रेफर किया गया था। उन्होंने बताया कि इस एप्प के कारण न केवल आरबीएसके टीम को माइक्रोप्लान का शत प्रतिशत पालन करना होगा, बल्कि शिक्षा विभाग और जिला कार्यक्रम विभाग को दो दिन पहले टीम पहुंचने की सूचना मिल जाएगी जिससे वे लोग भी शत प्रतिशत बच्चों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने में सक्षम होंगे। आरबीएसके के डीईआईसी मैनेजर गोविंद रावत ने बताया कि नये एप्प में 38 प्रकार के रोगों का विवरण है। जिले के 14 ब्लाकों में प्रति ब्लाक कार्यरत दो मोबाइल टीम जब स्कूलों पर बच्चों के सेहत की जांच करेगी तो बच्चों में कौन सी गंभीर बीमारी है, इसका विवरण एप्प में दर्ज हो जाएगा। जिन बच्चों को रेफर किया गया, उनमें से कितने अस्पताल नहीं पहुंचे यह भी देखा जा सकेगा। इससे फायदा यह होगा कि कोई भी बच्चा छूटने नहीं पाएगा और सभी का फालोअप होगा।
आरबीएसके के नये एप्प की खासियत
मोबाइल में नेटवर्क न रहने पर भी आरबीएसके के डाक्टर और पैरामेडिकल अपनी उपस्थिती व आंकड़े आफलाइन दर्ज कर सकेंगे। जैसे ही टीम नेटवर्क एरिया में आएगी, सभी आंकड़ें प्रेषित हो जाएंगे। डीएम, सीएमओ, नोडल अधिकारी, बीएसए, डीपीओ, सीएचसी अधीक्षक, प्रभारी चिकित्साधिकारी, एबीएसए, सीडीपीओ डीईआईसी मैनेजर और स्टेट के लोग भी कभी भी एप्प से बच्चों के इलाज के लिए गई टीम का डिटेल जान सकेंगे। आरबीएसके टीम को फीड किए गए डेटा के प्रिव्यू व पोस्ट व्यू की सुविधा मिलेगी। फाइनल अपडेशन से पहले अगर कोई गलती हो गई है तो उसे सुधारा भी जा सकेगा। एप्प में यह भी आप्शन दिया गया है कि अगर मोबाइल टीम की गाड़ी किसी कारणवश नहीं पहुंच पाती है तो नो आप्शन पर क्लिक करेंगे ताकि वैकल्पिक इंतजाम हो सके।
"बेहतरीन एप्प है"
बहराइच जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह कहते है कि आरबीएसके के लिए लागू किए गए नये एप्प का प्रशिक्षण बहराइच जनपद में दिया जा चुका है। यह एप्प फंक्शनल हो रहा है और अति शीघ्र पूरे जिले में लागू हो जाएगा। हमे पूरी उम्मीद है कि बच्चों की सेहत के लिए यह एप्प बेहतरीन एप्प साबित होगा।