` यूपी-उत्तराखंड में जहरीली शराब से मचा हाहाकार, मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 44

यूपी-उत्तराखंड में जहरीली शराब से मचा हाहाकार, मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 44

UP-Uttarakhand, poisonous liquor merged, 44 death toll rises share via Whatsapp

UP-Uttarakhand, poisonous liquor merged, 44 death toll rises


मंत्री ने आबकारी इंस्पेक्टर समेत 13 को किया निलंबित

इंडिया न्यूज ,सेंटर,ब्यूरो,मुजफ्फरनगर :
उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब के कहर ने दोनों राज्यों की सरकारों को हिला के रख दिया है। जहरीली शराब का सेवन करने से अब तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि काफी लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूपी के सहारनपुर जिले में कुल 22 तो कुशीनगर जिले में दो दिनों में अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं उत्तराखंड के रुड़की में झबरेड़ा क्षेत्र के बल्लूपुर गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है। वहीं चार लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।  उत्तराखंड के रुड़की में जहरीली शराब पीने से आज 14 लोगों की मौत हो गई जबकि पैंतीस लोगों की हालत गंभीर है। घटना के बाद सरकार ने आबकारी इंस्पेक्टर सहित 13 लोगों को सस्पेंड कर दिया है। मरने वाले 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले थे। कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत ने कहा है कि मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराई जा रही है और तत्काल 13 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक ,रुड़की में भलस्वा खेड़ी गांव में जहरीली शराब पीने से कल कुछ लोगों की हालत खराब हो गई थी। इसके अलावा आसपास के इलाके में भी कुछ लोग बीमार हो गए थे जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत बिगड़ती गई और आज लगभग 14 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जाता है कि यह जहरीली शराब सहारनपुर से यहां लाई गई थी। अवैध रूप से लाई गई इस शराब को रोकने में आबकारी विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ जिसके कारण 14 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी और 35 लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 13 कर्मचारियों को सस्पेंड किए जाने की बात कही है। साथ ही मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराने की भी बात कही है। जिन गांवों के लोग मरे हैं वह गांव उत्तर प्रदेश की सीमा से लगते हैं। सीमा वर्ती गांव में अवैध शराब का यह काला कारोबार काफी समय से चल रहा था लेकिन इनके खिलाफ ना तो आबकारी विभाग ने कोई कार्रवाई की और ना ही प्रशासन ने अब सवाल यह उठता है कि यूपी के इलाकों से यहां शराब कैसे तस्करी कर लाई जा रही थी और विभाग को इसका पता क्यों नहीं चला? बहरहाल मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और आसपास के लोगों से भी इस मामले की जानकारी जुटाई। सहारनपुर में नागल क्षेत्र के गांव उमाही में शराब के सेवन से मरने वालों में 48 वर्षीय इमरान, 32 वर्षीय पिंटू, 32 वर्षीय कमरपाल और 30 वर्षीय अरविंद बताए जा रहे हैं। वहीं जहरीली शराब पीने से अन्य दस लोगों की हालत बेहद गंभीर है।


जहरीली शराब से मृतकों के परिजनों को दो लाख मुआवजे की घोषणा


सहारनपुर व कुशीनगर में जहरीली शराब से हुई मौतों व गंभीर हालत में अस्तपाल में इलाज करवा रहे लोगों के परिजनों के लिए यूपी सरकार ने मुआवजे की घोषणा कर दी है। सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये व गंभीर बीमार लोगों के परिजनों को 50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने साथ ही मामले के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से गुरुवार को चार और मौतें हो गईं। अब तक कुल नौ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच बीमार लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। वैसे प्रशासन सात लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है, जबकि दो की मौत बीमारी से बता रहा है।

नागल थानाक्षेत्र के गांव सलेमपुर में भी जहरीली शराब का कहर


गांव सलेमपुर में भी जहरीली शराब पीने से सत्यवान पुत्र बलवंत और संजय पुत्र यशपाल की मौत हो गई है, जबकि तीन लोगों की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि जहरीली शराब पीने से गांव माली, शरबतपुर, सलेमपुर और उमाही में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है। ताजा जानकारी के अनुसार, थाना नागल के गांव ताजपुर में तीन और लोगों की शराब पीने से मौत हो गई है। मृतक भगवान दास 70 पुत्र बुद्धू, कंवरपाल 60 पुत्र मुखिया, ऋषिपाल 55 पुत्र स्वरूप है। इन्हें मिलकार मरने वालों की कुल संख्या 22 हो चुकी है। कुशीनगर जिले के तरयासुजना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने वाले पांच और लोगों की बृहस्पतिवार को मौतें हो गई। इनमें दो सगे भाई हैं। दो दिनों में अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार बीमार लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है। प्रशासन आठ लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है, दो की मौत बीमारी से बता रहा है। उधर, इस मामले में तरयासुजना के इंस्पेक्टर, हल्का दरोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक समेत पांच सिपाही भी निलंबित किए गए हैं। जहरीली शराब बनाने और बेचने में एक आरोपी राजेंद्र जायसवाल को गिरफ्तार किया गया है।कच्ची जहरीली शराब पीने से क्षेत्र के बेंदूपार खलवा टोला निवासी रामवृक्ष (26) नौका टोला निवासी रामनाथ (45) और दिवाकर दीक्षित (25) की बृहस्पतिवार को मौत हो गई, जबकि बुधवार रात खैरटिया निवासी विजय (46) और ओम दीक्षित (28) ने दम तोड़ दिया था। ओम और दिवाकर सगे भाई हैं। इनकी मौत के पीछे भी घर वालों ने जहरीली शराब का सेवन ही बताया है। बुधवार दिन में हुई तीन अन्य लोगों की मौत भी उनके घर वालों ने शराब पीने से बताई थी। तीनों का उनके घर वालों ने अंतिम संस्कार भी कर दिया था। इसी के चलते उनका पोस्टमार्टम नहीं हो सका।

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Source: INDIA NEWS CENTRE

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