The conspiracy to kill former Punjab CM, Parkash Singh Badal, was being formed in UP's Shamli
यूपी पुलिस के एनकाउंटर में पकड़े गए अपराधियों के खुलासे से यूपी से पंजाब तक मची हलचल
देश की सभी एजेंसियों को किया अर्लट,पंजाब के पूर्व सीेएम प्रकाश सिंह बादल को भी दी सूचनाः एडजीपी
नवीन गोयल,ब्यूरो,मुजफ्फरनगरः उत्तरप्रदेश के शामली जिले में पुलिसकर्मियों से लूटी गई राईफल व असलाह पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान बदमाशों ने खुलासा किया तो पुलिस अधिकारियों के होश उड गए। पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि उनका मकसद अलगे कुछ दिनों पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की रैली में आतंक फैलाना और उनकी हत्या करने का था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल शासन में पुलिस हर चुनौती को बखूबी स्वीकार करते हुए बदमाशों के हौसलों को पस्त करने का काम तेजी से कर रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपराधियों के गढ़ माने जाने वाले जनपद शामली में जब बदमाशों ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दो अक्तुटबर को दो रायफल लूट की वारदात को अंजाम दिया था, तो जिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े हो गए थे। लेकिन अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन प्रशांत कुमार के नेतृत्व में शामली एसपी दिनेश कुमार पी. ने इस चुनौतीपूर्ण घटना का ना सिर्फ खुलासा किया, बल्कि एक बड़ी आपराधिक साजिश का पर्दाफाश किया तो उत्तर प्रदेश से लेकर पंजाब तक खलबली मच गई। अपराधियों से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव रंगाना में रविवार देर रात हुए पुलिस एनकाउंटर में पकड़े गए बदमाशों से पुलिसकर्मियों से लूटी हुई इंसास और थ्री नॉट थ्री की इंसास राइफल बरामद कर ली गई है। वहीं भारी मात्रा में कारतूस और दूसरे असलहा भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि दो अक्टूबर की रात को झिंझाना थाना क्षेत्र में कमालपुर चौकी के पास पुलिस पिकेट पर हमला कर अपराधियों ने असलहा लूटा था। इसमें एक इंसास राइफल, 20 कारतूस, एक 303 राइफल और 10 कारतूस थे। मामले में रविवार देर रात 3 बजे के करीब अपराधियों की पुलिस से मुठभेड़ हुई इसमें तीन बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं, जिसमें से दो पुलिस की गोली लगने से घायल हुए हैं, वहीं इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। लूट के बाद ये राइफलें पूजा स्थल पर छुपा रखी गई थीं, जिसे देर रात पंजाब शिफ्ट किया जाना था।
मास्टरमाइंड जर्मन नाम का अपराधीः एडीजीपी प्रशांत कुमार
एडीजी मेरठ ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों का मास्टरमाइंड जर्मन नाम का अपराधी है। वह अभी भी फरार है शुरुआती जांच में उसकी फेसबुक आईडी की शिनाख्त की गई, जिससे खालिस्तान की मांग से जुड़े आतंकी संगठन से संपर्क की पुष्टि हुई है। एडीजी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों का जनपद में कोई भी अपराधिक इतिहास नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मामले का खुलासा होते ही देश की सभी एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है। इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को भी सूचित कर दिया है। वहीं मास्टरमाइंड जर्मन की भी तलाश तेज कर दी गई है। एडीजी ने बताया कि घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 50 हजार रुपए का ईनाम दिया गया है। वहीं डीजीपी से और ईनाम देने की संस्तुति की गई है।