If there was no constitution, then CM Yogi was playing hours in the temple: Akhilesh Yadav
अशफांक खा की रिपोर्ट
बहराइचः चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बहराइच पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गेंद घर मैदान में एक चुनावी जनसभा के जरिए गठबंधन प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगे। अपने भाषण के दौरान अखिलेश यादव नेअपनी पिछली सरकार की उपलब्धियां बताई तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा की नीतियों की जमकर आलोचना की । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तो ऐसे ऐसे व्यंग किए की वहां मौजूद लोग ठहाके मारने से खुद को नहीं रोक पाए। तंज चाहे योगी के घंटा बजाने का हो या फिर भाजपा सांसद के जूता कांड की अखिलेश बिना उत्तेजित हुए व्यंग के जरिए विरोधियों पर हमलावर होते रहे। उन्होंने कहा कि यदि हम दो दलों के साथ गठबंधन कर ले तो हम को महा मिलावटी कहा जा रहा है जबकि भाजपा खुद 38 दलों के साथ गठबंधन किए हुए हैं ऐसे में महा मिलावटी कौन हैं यह जनता समझ चुकी है। अखिलेश ने कहा कि गठबंधन को मिल रहा आपार जनसमर्थन के कारण विरोधियों के होश उड़ गए हैं। गठबंधन ने भाजपा को इस कदर परेशान कर रखा है कि वे अब अपने पिछले चुनावी वादों के अच्छे दिन व दो करोड़ रोजगार का नाम भी नहीं लेते।किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने किसानों को झूठा आश्वासन दिया है।किसानों को आज भी उनकी उपज का वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा।सरकार ने यूरिया की बोरी 50 किलो के बजाय 45 किलो करके किसानों की आंखों में धूल झोंक दिया है। उज्ज्वला योजना की हालत यह है की सिलेंडर के दाम महंगे होने के कारण गरीब परिवार उसे दोबारा रिफिल करवाने में असमर्थ हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना की आलोचना करते हुए अखिलेश ने कहा कि एक लाख बीस हजार में घर बनाना संभव नहीं है ।यदि समाजवादियों को अवसर मिला तो आवास अनुदान की राशि बढ़ाकर 4 से 5 लाख तक कर दी जाएगी। नोट बंदी को लेकर अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लग सकी है।36000 उद्योगपति देश छोड़कर चले गए हैं ।अखिलेश ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने राजनीतिक लाभ के लिए समाज में नफरत की दीवार खड़ी कर दी है जिसे महागठबंधन ही गिराएगी ।भाजपा आरक्षण को लेकर समाज में अलग-अलग वर्गों को एक दूसरे से लड़ाने का कार्य कर रही है। सीएम योगी द्वारा अखिलेश को भैंस चराने के तंज पर पलटवार करते हुए अखिलेश ने कहा कि संविधान ने योगी को मौका दिया तभी व सीमन सीएम की कुर्सी पर बैठें हैं यदि संविधान ना होता तो योगी बाबा कहीं पर घंटा बजा रहे होते।अखिलेश ने अपने भाषण के दौरान भ्रष्टाचार बेरोजगारी एवं सैनिकों की निरंतर हो रही शहादत को लेकर केंद्र सरकार को घेरे में लिया । वाराणसी में गठबंधन के प्रत्याशी तेज बहादुर का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जो सरकारें एक सिपाही से डर गई हो वह आतंकवाद से का लड़ पाएगी । जनसभा के दौरान मंच पर सपा बसपा के कई उच्च पदाधिकारी मौजूद रहे।